भारत की संसद में एक द्विसदनीय संरचना है, जिसका अर्थ है कि यह दो सदनों से बनी है। ये घर हैं:
राज्यसभा (राज्य परिषद): यह संसद का ऊपरी सदन है और भारत के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करता है। राज्यसभा के सदस्य सीधे लोगों द्वारा नहीं चुने जाते हैं, बल्कि राज्य विधानसभाओं के सदस्यों द्वारा चुने जाते हैं।
लोकसभा (लोगों का घर): यह संसद का निचला सदन है और भारत के लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। लोकसभा के सदस्य सीधे आम चुनाव के माध्यम से लोगों द्वारा चुने जाते हैं।
संसद के दोनों सदनों की अपनी विशिष्ट भूमिकाएँ और शक्तियाँ हैं, लेकिन वे कानून बनाने और सरकार के कामकाज की देखरेख के लिए मिलकर काम करते हैं। भारत का राष्ट्रपति संसद का प्रमुख होता है, लेकिन संसद के दिन-प्रतिदिन के कामकाज का प्रबंधन लोकसभा के अध्यक्ष और राज्य सभा के सभापति द्वारा किया जाता है।
भारत कि संसदीय संरचना
Reviewed by TechAdi
on
March 20, 2023
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